NCERT Solution : हिंदी (वसंत) कक्षा 6 , पाठ 10 - संसार पुस्तक है
प्रश्न - अभ्यास
पत्र से
1. लेखक ने 'प्रकृति के अक्षर' किन्हें कहा है ?
उत्तर :
हमारे आस - पास मौजूद छोटे - छोटे पत्थर , जीव - जंतु , पेड़ - पौधे , नदियाँ , समुद्र , पहाड़ और अन्य छोटी - छोटी प्रकृति - प्रदत्त वस्तुएँ प्रकृति के अक्षर है।
2. लाखों - करोड़ो वर्ष पहले हमारी धरती कैसी थी ?
उत्तर :
लाखों - करोड़ो वर्ष पहले हमारी धरती अत्यंत गर्म थी। यह इतनी गर्म थी कि कोई सजीव इस पर नहीं रह सकता था।
3. दुनिया का पुराना हाल किन चीजों से जाना जाता है ? कुछ चीज़ों के नाम लिखो।
उत्तर :
दुनिया का पुराना हाल पहाड़ , समुद्र , सितारे , नदियाँ , जंगल , जानवरों की पुरानी हड्डियों आदि से जाना जा सकता है।
4. गोल , चमकीला रोड़ा अपनी क्या कहानी बताता है ?
उत्तर :
गोल चमकीला रोड़ा चट्टान का नुकीला तथा खुरदरा टुकड़ा होने से लेकर नदी के पानी साथ लुढ़ककर चिकना तथा सुडौल होने तक की कहानी बताता है।
5. गोल , चमकीले रोड़े को यदि दरिया और आगे ले जाता तो क्या होता ? विस्तार से उत्तर लिखो।
उत्तर :
गोल चमकीले रोड़े को यदि दरिया और आगे ले जाता तो वह छोटा होते - होते बालू का एक कण बन जाता और अन्य कणों से मिलकर समुद्र का किनारा बन जाता , जिस पर बच्चे खेलते और बालू के घरौंदे बनाते।
6. नेहरू जी ने इस बात का हल्का - सा संकेत दिया है कि दुनिया कैसे शुरू हुई होगी। उन्होंने क्या बताया है ? पाठ के आधार पर लिखो।
उत्तर :
नेहरू जी ने बताया कि लाखों - करोड़ों वर्ष पहले पृथ्वी बहुत गर्म थी। उस पर कोई सजीव नहीं रह सकता था। पृथ्वी के धीरे - धीरे ठंडी होने पर वनस्पतियाँ पैदा हुई। फिर छोटे - छोटे जीव - जंतु और फिर मनुष्य पैदा हुआ। इस प्रकार दुनिया शुरू हुई।
पत्र से आगे
1. लगभग हर जगह दुनिया की शुरुआत को समझाती हुई कहानियां प्रचलित है। तुम्हारे यहाँ कौन सी कहानी प्रचलित है ?
उत्तर :
हमारे यहाँ दुनिया की शुरुआत के विषय में यह कहानी प्रचलित है - एक बार पृथ्वी पर भयंकर प्रलय हुई , जिसमें सब कुछ नष्ट हो गया। चारों ओर जल ही जल था। हिमालय की तलहटी पर ऋषि मनु बचे थे, जो यज्ञ कर रहे थे। गन्धर्व कन्या सतरूपा , जो जलमग्न पृथ्वी को देख रही थी। जब उन्हें यज्ञ का उठता हुआ धुआँ दिखाई दिया तो उन्होंने सोचा , जब धुआँ उठ रहा है तो अवश्य ही कोई जीवित बचा है। वे हिमालय के पास आई , जहाँ उनकी भेंट मनु से हुई। मनु और सतरूपा के मिलने से दुनिया की शुरुआत हुई।
2. तुम्हारी पसंदीदा किताब कौन - सी है और क्यों ?
उत्तर :
मेरी पसंदीदा किताब 'रामचरितमानस' है , जिसे गोस्वामी तुलसीदास ने लिखा है। इस किताब को पढ़ने से हमें श्रीराम के जीवन के विषय में पता चलता है। यह हमारा धार्मिक ग्रन्थ है , अतः इसे पढ़कर मन को शांति मिलती है। यह मनुष्य को उसके कर्त्वयों तथा मर्यादाओं का ज्ञान कराती है।
3. मसूरी और इलाहाबाद भारत के किन प्रांतों के शहर है ?
उत्तर :
मसूरी भारत के उत्तरांचल प्रदेश का और इलाहाबाद उत्तर प्रदेश का शहर है।
4. तुम जानते हो कि दो पत्थरों को रगड़कर आदि मानव ने आग की खोज की थी। उस युग में पत्थरों का और क्या - क्या उपयोग होता था ?
उत्तर :
आदिमानव पत्थरों का उपयोग आग जलाने के आलावा शिकार करने , अपनी रक्षा के लिए , जानवरों को भगाने के लिए हथियार के रूप में , बड़े पत्थर से छोटा पत्थर तोड़ने तथा ज़मीन को खोदने के लिए करता था।
अनुमान और कल्पना
▮ हर चीज के निर्माण की एक कहानी होती है , जैसे मकान के निर्माण की कहानी - कुर्सी , गद्दे , रजाई के निर्माण की कहानी हो सकती है। इस तरह वायुयान , साइकिल अथवा अन्य किसी यंत्र के निर्माण की कहानी भी हो सकती है। कल्पना करो यदि रसगुल्ला अपने निर्माण की कहानी सुनाने लगे कि वह पहले दूध था , उसे दूध से छेना बनाया गया , उसे गोल आकार दिया गया। चीनी की चाशनी में डालकर पकाया गया। फिर उसका नाम पड़ा रसगुल्ला।
⏺ तुम भी किसी चीज के निर्माण की कहानी लिख सकते हो , इसके लिए तुम्हे अनुमान और कल्पना के साथ उस चीज़ के बारे में कुछ जानकारी भी एकत्र करनी होगी।
उत्तर :
हम अपने अनुमान और कल्पना के आधार पर कई चीज़ों के निर्माण की कहानी लिख सकते है। जैसे -
ताला - कोई पुराना लोहा या लोहे के टुकड़े रहे होंगे , जिन्हे फैक्ट्री में पिघलाया गया होगा। फिर साँचें में डालकर ताले के कुछ भाग बनाये गए होंगे। फिर छोटे भाग बनाकर कारीगरों ने उसे जोड़कर ताले का रूप दिया होगा और फिर उसकी चाबी भी बनाई होगी।
कुर्सी - किसी लकड़ी के मोटे भाग को आरा मशीन से चीरकर पतला किया गया होगा। कुछ भाग के फट्टे भी बनाये गए होंगे। फिर बढ़ई ने इनको चिकना करके पाये और हत्थे बनाए होंगे। फिर इनको फट्टी के साथ जोड़कर कुर्सी तैयार की होगी।
भाषा की बात
1. 'इस बीच वह दरिया में लुढ़कता रहा।' नीचे लिखी क्रियाएँ पढ़ो। क्या इनमें और 'लुढ़कना' में तुम्हे कोई समानता नज़र आती है ?
ढकेलना गिरना खिसकना
• इन चारों क्रियाओं का अंतर समझाने के लिए इनसे वाक्य बनाओ।
उत्तर :
शब्द | वाक्य प्रयोग |
---|---|
लुढ़कना | सुरेश सीढ़ियों पर फिसला और लुढ़कता हुआ नीचे आ गया। |
ढकेलना | मोटर साईकल ख़राब होने पर उसे ढकेलकर घर लाना पड़ा। |
गिरना | बच्चा छत से गिर गया। |
खिसकना | भूकंप के बाद चट्टानों का खिसकना अब भी जारी है। |
2. चमकीला रोड़ा - यहाँ रेखांकित विशेषण 'चमक' संज्ञा में 'ईला' प्रत्यय जोड़ने पर बना है। निम्नलिखित शब्दों में यही प्रत्यय जोड़कर विशेषण बनाओ और इनके साथ उपयुक्त संज्ञाएँ लिखो -
पत्थर ................. काँटा ...................
रस ................. ज़हर ...................
उत्तर :
शब्द | प्रत्यय | विशेषण | विशेषण के संज्ञा शब्द |
---|---|---|---|
पत्थर | ईला | पथरीला | पथरीला रास्ता |
रस | ईला | रसीला | रसीला स्वाद |
काँटा | ईला | कँटीला | कँटीला पेड़ |
ज़हर | ईला | ज़हरीला | ज़हरीला साँप |
3. 'जब तुम मेरे साथ रहती हो, तो अक्सर मुझसे बहुत - सी बातें पुछा करती हो।'
• यह वाक्य दो वाक्यों को मिलाकर बना है। इन दोनों वाक्यों को जोड़ने का काम जब - तो (तब) कर रहे है , इसलिए इन्हें योजक कहते है। योजक के रूप में कभी कोई बदलाव नहीं आता ; इसलिए ये अव्यय का एक प्रकार होते है। नीचे वाक्यों को जोड़ने वाले कुछ और अव्यय दिए गए हैं। उन्हें रिक्त स्थानों में लिखो। इन शब्दों से तुम भी एक - एक वाक्य बनाओ -
(क) कृष्णन फिल्म देखना चाहता है ................. मैं मेले में जाना चाहती हूँ।
(ख) मुनिया ने सपना देखा ................ वह चंद्रमा पर बैठी है।
(ग) छुट्टियों में हम सब ........... दुर्गापुर जाएँगे ............... जालंधर।
(घ) सब्जी कटवा कर रखना ................ घर आते ही मैं खाना बना लूँ।
(ङ) ............ मुझे पता होता कि शमीना बुरा मान जाएगी ............... मैं यह बात न कहती।
(च) इस वर्ष फसल अच्छी नहीं हुई है ............ अनाज महँगा है।
(छ) विमल जर्मन सीख रहा है ............. फ्रेंच।
बल्कि / इसलिए / परन्तु / कि / यदि / तो / नकि / या / ताकि
उत्तर :
(क) परन्तु (ख) कि (ग) या , या (घ) ताकि (ङ) यदि , तो (च) इसलिए (छ) न कि
इन शब्दों से बने वाक्य -
परन्तु - बादल गरजते रहे परन्तु वर्षा न हुई।
या , या - मुझे या फ़िल्में देखना पसंद है या कहानियाँ पढ़ना।
ताकि - वह कई घंटे पढता है ताकि अच्छे अंक ला सके।
यदि , तो - यदि तुम परिश्रम करते , तो अवश्य पास हो जाते।
इसलिए - वह दिन भर मेहनत करता है , इसलिए अधिक कमाता है।
न कि - हमें ताजे फल ही खाने चाहिए न कि सड़े - गले।
बल्कि - नौकर ने कुछ चुराया नहीं बल्कि घर की रखवाली की।
कुछ करने को
पास के शहर में कोई संग्रहालय हो तो वहां जाकर पुरानी चीजें देखो। अपनी कक्षा में उस पर चर्चा करो।
उत्तर :
छात्र संग्रहालय में जाकर पुरानी चीजें स्वयं देखें।
सुनना और देखना
1. एन.सी.ई.आर.टी. की श्रव्य श्रृंखला 'पिता के पत्र पुत्री के नाम'।
उत्तर :
छात्र स्वयं करें।
2. एन.सी.ई.आर.टी. का श्रव्य कार्यक्रम 'पत्थर और पानी की कहानी'।
उत्तर :
छात्र स्वयं करें।
3. 'पिता के पत्र पुत्री के नाम' पुस्तक पुस्तकालय से लेकर पढ़ो।