NCERT Solution for Class 12 Micro Economics
1. उपभोक्ता के बजट सेट से आप क्या समझते है ?
उत्तर :
बजट सेट दो वस्तुओं के उन सभी बंडलों का संग्रह है जिन्हें उपभोक्ता प्रचलित बाजार कीमत पर अपनी आय से खरीद सकता है।
2. बजट रेखा क्या है ?
उत्तर :
बजट रेखा उन सभी बंडलों का प्रतिनिधित्व करती है, जिन पर उपभोक्ता की संपूर्ण आय व्यय हो जाती है।
3. बजट रेखा की प्रवणता नीचे की ओर क्यों होती है ? समझाइए।
उत्तर :
बजट रेखा की प्रवणता नीचे की ओर होती है, क्योंकि बजट रेखा पर स्थित प्रत्येक बिन्दु एक ऐसे बंडल को दर्शाता है जिस पर उपभोक्ता की पूरी आय व्यय हो जाती हैं ऐसे में यदि उपभोक्ता वस्तु 1 की 1 इकाई अधिक लेना चाहता है, तब वह ऐसा तभी कर सकता है जब वह दूसरी वस्तु की कुछ मात्रा छोड़ दे। वस्तु 1 की मात्रा कम किये बिना वह वस्तु 2 की मात्रा बढ़ा नहीं सकता। वस्तु 1 की एक अतिरिक्त इकाई पाने के लिए उसे वस्तु 2 की कितनी इकाई छोड़नी होगी यह दो वस्तुओं की कीमत पर निर्भर करेगा।
4. एक उपभोक्ता दो वस्तुओं का उपभोग करने के लिए इच्छुक है। दोनों वस्तुओं की कीमत क्रमशः 4 रूपए तथा 5 रूपए है। उपभोक्ता की आय 20 रूपए है :
(i) बजट रेखा के समीकरण को लिखिए।
(ii) उपभोक्ता यदि अपनी सम्पूर्ण आय वस्तु 1 पर व्यय कर दे , तो वह उसकी कितनी मात्रा का उपभोग कर सकता है ?
(iii) यदि वह अपनी सम्पूर्ण आय वस्तु 2 पर व्यय कर दे , तो वह उसकी कितनी मात्रा का उपभोग कर सकता है ?
(iv) बजट रेखा की प्रवणता क्या है ?
प्रश्न 5 , 6 तथा 7 प्रश्न 4 से सम्बंधित है।
उत्तर :
5. यदि उपभोक्ता की आय बढ़कर 40 रूपए हो जाती है , परन्तु कीमत अपरिवर्तित रहती है तो बजट रेखा में क्या परिवर्तन होता है ?
बजट रेखा : 4Q + 5Q ≤ 40
6. यदि वस्तु 2 की कीमत में एक रूपए की गिरावट आ जाए परन्तु वस्तु 1 की कीमत में तथा उपभोक्ता की आय में कोई परिवर्तन नहीं हो , तो बजट रेखा में क्या परिवर्तन आएगा ?
उत्तर :
बजट रेखा 4Qn + 4Qy ≤ 20
7. अगर कीमतें और उपभोक्ता की आय दोनों दुगुनी हो जाए , तो बजट सेट कैसा होगा ?
उत्तर :
8Qx + 10Qy ≤ 40 2 समान लेने पर 4Qx + 5Qy ≤ 20 अतः बजट सेट समान रहेगा।
8. मान लीजिए कि कोई उपभोक्ता अपनी पूरी आय का व्यय करके वस्तु 1 की 6 इकाइयाँ तथा वस्तु 2 की 8 इकाइयाँ खरीद सकता है। दोनों वस्तुओं की कीमतें क्रमशः 6 रूपए तथा 8 रूपए हैं। उपभोक्ता की आय कितनी है ?
उत्तर :
9. मान लीजिए , उपभोक्ता दो ऐसी वस्तुओं का उपभोग करना चाहता है जो केवल पूर्णांक इकाइयों में उपलब्ध है। दोनों वस्तुओं की कीमत 10 रूपए के बराबर ही है तथा उपभोक्ता की आय 40 रूपए है।
(i) वे सभी बंडल लिखिए , जो उपभोक्ता के लिए उपलब्ध है।
(ii) जो बंडल उपभोक्ता के लिए उपलब्ध है , उनमें से वे बंडल कौन से है जिन पर उपभोक्ता के पूरे 40 रूपए व्यय हो जाएँगे।
उत्तर :
(i) बजट रेखा समीकरण 10a + 100y < 40 अतः सभी बंडल जो वह खरीद सकता है। (0, 0), (0, 1), (0, 2), (0, 3), (0, 4) (1, 0), (1, 1), (1, 2) (1, 3) (2, 0), (2, 1), (2, 2) (3, 0), (3, 1) (4,0)
(ii) ऐसे बंडल जिन पर पूरे 40 ₹ व्यय हो जायेंगे- (0, 4), (1, 3), (2, 2), (3, 1), (4, 0)
10. 'एकदिष्ट अधिमान' से आप क्या समझते है ?
उत्तर :
एकदिष्ट अधिमान का अर्थ है कि उपभोक्ता एक वस्तु की कम मात्रा की तुलना में अधिक मात्रा को सदा अधिक पसंद करता है। इसका अर्थ है कि अनाधिमान वक्र की प्रवणती नीचे की ओर है। यदि उपभोक्ता के एकदिष्ट अधिमान है तो वह संयोजन (4, 5) से अधिक संयोजन (5, 5) या (4, 6) को करेगा।
11. यदि एक उपभोक्ता के अधिमान एकदिष्ट है , तो क्या वह बंडल (10 , 8) और बंडल (8 , 6) के बीच तटस्थ हो सकता है ?
उत्तर :
नहीं यदि एक उपभोक्ता के अधिमान एकदिष्ट हैं तो वह बंडल (10, 8) को (8, 6) से अधिक प्राथमिकता देगा।
12. मान लीजिए , कि उपभोक्ता के अधिमान एकदिष्ट है। बंडल (10 , 10) , (10 , 9) तथा (9 , 9) पर उसके अधिमान श्रेणीकरण के विषय में आप क्या बता सकते है ?
उत्तर :
वह (10, 10) को (10, 9) से अधिक तथा (10, 9) को (9, 9) से अधिक प्राथमिकता देगा यानि U(10, 10) > U(10, 9) > U(9, 9)
13. मान लीजिए कि आपका मित्र , बंडल (5 , 6) तथा (6 , 6) के बीच तटस्थ है। क्या आपके मित्र के अधिमान एकदिष्ट है ?
उत्तर :
नहीं, यदि उसके अधिमान एकदिष्ट होते तो वह (6, 6) को (5, 6) से अधिक प्राथमिकता देता।
14. मान लीजिए कि बाजार में एक ही वस्तु के लिए दो उपभोक्ता है तथा उनके माँग फलन इस प्रकार है :
उत्तर :
बाज़ार माँग फलन = d1(P) + d2 (P)
dM(P) = 20 - P + 30 - 2P = 50 - 3P
किसी भी ऐसी कीमत के लिए जो 10 से कम या बराबर हो।
dm(P) = 0 किसी भी ऐसी कीमत के लिए जो 5 से अधिक हो।
15. मान लीजिए , वस्तु के लिए 20 उपभोक्ता है तथा उसके माँग फलन एक जैसे है :
उत्तर :
बाजार फलन = d1(P) × 20
dM(P) = (10-3P) × 20
dM(P) = 200 - 60P
किसी भी ऐसी कीमत के लिए जो 10/3 से कम हो अथवा बराबर हो तथा dm(P) = 0 किसी ऐसी कीमत पर जो 10/3 से अधिक हो।
16. एक ऐसे बाज़ार को लीजिए , जहाँ केवल दो उपभोक्ता हैं तथा मान लीजिए वस्तु के लिए उनकी मांगें इस प्रकार है :
वस्तु के लिए बाज़ार माँग की गणना कीजिए।
p | d1 | d2 |
---|---|---|
1 | 9 | 24 |
2 | 8 | 20 |
3 | 7 | 18 |
4 | 6 | 16 |
5 | 5 | 14 |
6 | 4 | 12 |
उत्तर :
p | d1 | d2 | मांग बाजार (d1+d2) |
---|---|---|---|
1 | 9 | 24 | 33 |
2 | 8 | 20 | 28 |
3 | 7 | 18 | 25 |
4 | 6 | 16 | 22 |
5 | 5 | 14 | 19 |
6 | 4 | 12 | 16 |
17. सामान्य वस्तु से आप क्या समझते है ?
उत्तर :
जिस वस्तु का आय के साथ धनात्मक सम्बन्ध हो अर्थात उपभोक्ता की आय बढ़ने पर जिस वस्तु की माँग बढ़ती हो तथा उपभोक्ता की आय कम होने पर जिस वस्तु की माँग कम होती हो वह सामान्य वस्तु कहलाती है।
18. निम्नस्तरीय वस्तु को परिभाषित कीजिए। कुछ उदाहरण दीजिए।
उत्तर :
ऐसी वस्तु जिसका आय के साथ ऋणात्मक सम्बन्ध होता है अर्थात उपभोक्ता की आय बढ़ने पर जिस वस्तु की मांग कम होती है तथा उपभोक्ता की आय कम होने पर जिस वस्तु की मांग बढ़ती है , वह निम्नस्तरीय वस्तु कहलाती है। कोई भी वस्तु निम्नस्तरीय है या सामान्य यह उपभोक्ता की प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है। जो वस्तु एक उपभोक्ता के लिए सामान्य है वह किसी अन्य के लिए निम्नस्तरीय हो सकती है फिर भी साधारणतः जो वस्तुएं निनस्तरीय वस्तु की श्रेणी में आती है उनके उदाहरण है - ज्वार , बाजरी , साप्ताहिक बाजारों में बिकने वाला माल , टोंड दूध आदि।
19. स्थानापन्न को परिभाषित कीजिए। ऐसी दो वस्तुओं के उदाहरण दीजिए जो एक - दूसरे के स्थानापन्न है।
उत्तर :
वे वस्तुएँ जो एक मानव इच्छा पूर्ति के लिए एक दूसरे के स्थान पर उपयोग में आ सकती है वे प्रतिस्थापन्न वस्तुएँ कहलाती है। उदाहरण - चाय और कॉफ़ी , नोकिआ और सैमसंग के मोबाइल , वोडाफोन और एयरटेल का कनेक्शन आदि।
20. पूरकों को परिभाषित कीजिए। ऐसी दो वस्तुओं के उदाहरण दीजिए , जो एक - दूसरे के पूरक है।
उत्तर :
वे वस्तुएं जो किसी मानव इच्छा की पूर्ति के लिए एक साथ प्रयोग होते है , पूरक वस्तुएँ कहलाती है। उदाहरण - समोसा और चटनी , मोबाइल फोन और सिम , बिजली और बिजली उपकरण।
21. माँग की कीमत लोच को परिभाषित कीजिए।
उत्तर :
किसी वस्तु की कीमत में परिवर्तन होने से उस वस्तु की मांग की जाने वाली मात्रा के संख्यात्मक माप को माँग की कीमत लोच कहा जाता है। दूसरे शब्दों में , माँग की कीमत लोच वस्तु की माँग की गई मात्रा में प्रतिशत परिवर्तन और वस्तु की कीमत में प्रतिशत परिवर्तन का अनुपात है।
22. एक वस्तु की मांग पर विचार करें। 4 रूपए की कीमत पर इस वस्तु की 25 इकाइयों की मांग है। मान लीजिए वस्तु की कीमत बढ़कर 5 रूपए हो जाती है तथा परिणामस्वरूप वस्तु की माँग घटकर 20 इकाइयाँ हो जाती है। कीमत लोच की गणना कीजिए।
उत्तर :
23. माँग वक्र D (p) = 10 - 3p को लीजिए। कीमत 5/3 पर लोच क्या है ?
उत्तर :
24. मान लीजिए किसी वस्तु की माँग की कीमत लोच - 0.2 है। यदि कीमत की वस्तु में 5% की वृद्धि होती है , तो वस्तु की माँग में कितनी प्रतिशत कमी आएगी ?
उत्तर :
25. मान लीजिए , किसी वस्तु की माँग की कीमत लोच -0.2 है। यदि वस्तु की कीमत में 10% वृद्धि होती है , तो उस पर होने वाला व्यय किस प्रकार प्रभावित होगा ?
उत्तर :
माँग की कीमत लोच इकाई से कम है अतः कीमत में वृद्धि होने पर वस्तु पर होने वाला व्यय बढ़ेगा।
26. मान लीजिए कि किसी वस्तु की कीमत में 4% की गिरावट होने के परिणामस्वरूप उस पर होने वाले व्यय में 2% की वृद्धि हो गई। आप माँग की लोच के बारे में क्या कहेंगे ?
उत्तर :
वस्तु की कीमत कम होने पर कुल व्यय में वृद्धि हो तो वस्तु की माँग की कम कीमत लोच इकाई से अधिक होगी, परन्तु वास्तविक मान क्या होगा यह कुल व्यय विधि द्वारा ज्ञात नहीं किया जा सकता।