गद्यांशों पर आधारित अर्थग्रहण संबंधी प्रश्नोत्तर
कठिन शब्दार्थ :
- बेचैन - जिसे आराम न हो।
- अंट - शंट - बेकार की चीजें।
- रट लगाना - बार - बार कहना।
- मुँह उतरना - उदास होना।
- हवाइयाँ उड़ना - घबरा जाना।
- बला - आफ़त , मुसीबत।
- ग़ुलज़ार - रौनक।
- नटखट - चंचल।
- रुआँसा - रोने की सूरत बनाकर।
- वात - वायु, हवा।
- प्रकोप - बीमारी का बढ़ना।
- टटोलकर - खोजकर , ढूँढकर।
- छका देना - परेशान करना।
- हर्ष - ख़ुशी।
- बदहज़मी - पाचन में गड़बड़ी , अपच।
- रौनक - चहल - पहल।
- मौन - चुप।
- प्रवेश - अंदर आना।
- जान निकलना - बहुत अधिक परेशान होना।
- अट्हास - ज़ोर की हँसी।
गद्यांशों पर आधारित अर्थग्रहण संबंधी प्रश्नोत्तर
1. कुछ नहीं माता जी ............ करने का डर है।
प्रश्न 1. पाठ तथा लेखक का नाम लिखिए।
उत्तर :
पाठ - ऐसे - ऐसे , लेखक - विष्णु प्रभाकर।
प्रश्न 2. मोहन की बीमारी का कारण किसने ढूँढ निकाला ?
उत्तर :
मोहन की बीमारी का कारण मास्टर जी ने ढूँढ निकाला।
प्रश्न 3. मास्टर जी ने मोहन के पेट के दर्द का क्या कारण बताया और उसका क्या इलाज बताया ?
उत्तर :
मास्टर जी ने मोहन की बीमारी (पेट दर्द) का कारण यह बताया कि महीना भर मौज - मस्ती करने के कारण मोहन का स्कूल का काम नहीं हुआ है। अतः डर के कारण उसके पेट में दर्द है। दो दिन की छुट्टी लेकर काम पूरा करने से इसका पेट दर्द दूर हो जाएगा।
प्रश्न 4. मोहन के पिताजी ने डॉक्टर को कितने रूपए दिए ?
उत्तर :
मोहन के पिताजी ने डॉक्टर को पंद्रह - बीस रूपए दिए।