MCQ For टिकट अलबम : कक्षा 6 हिंदी वसंत पाठ 9

 गद्यांशों पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर

MCQ For Hindi Class 6 Vasant Ch 9 - Ticket Albam

1. अब राजप्पा को कोई नहीं पूछता। आजकल सब - के - सब नागराजन को घेरे रहते। 'नागराजन घमंडी हो गया है', राजप्पा सारे लड़कों में कहता फिरता। पर लड़के भला कहाँ उसकी बातों पर ध्यान देते ! नागराजन के मामा जी ने सिंगापूर से एक अलबम भिजवाया था। वह लड़कों को दिखाया करता। सुबह पहली घंटी के बजने तक सभी लड़के नागराजन को घेरकर अलबम देखा करते। आधी छुट्टी के वक्त भी उसके आसपास लड़कों का जमघट लगा रहता। कई लोग टोलियों में उसके घर तक हो आए। नागराजन शांतिपूर्वक सभी को अपना अलबम दिखाता , पर किसी को हाथ नहीं लगाने देता। अलबम को गोद में रख लेता और एक - एक पन्ना पलटता , लड़के बस देखकर खुश होते। 
और तो और कक्षा की लड़कियाँ भी उस अलबम को देखने के लिए उत्सुक थी। पार्वती लड़कियों की अगुवा बनी और अलबम माँगने आई। लड़कियों में वही तेज़ - तर्रार मानी जाती थी। नागराजन ने कवर चढ़ाकर अलबम उसे दिया। शाम तक लड़कियाँ अलबम देखती रही फिर उसे वापस कर दिया। 

(i) राजप्पा सारे लड़कों से क्या कहता था ?
  • नागराजन घमंडी हो गया है। 
  • नागराजन पागल हो गया है। 
  • नागराजन बिगड़ गया है। 
  • नागराजन गंदा लड़का है। 
उत्तर : नागराजन घमंडी हो गया है 

(ii) पहली घंटी बजने तक सभी लड़के क्या करते ?
  • राजप्पा का अलबम देखते 
  • नागराजन का अलबम देखते 
  • नागराजन से बातें करते 
  • राजप्पा के साथ बैठते 
उत्तर : नागराजन का अलबम देखते 

(iii) नागराजन किस प्रकार सभी को अपना अलबम दिखाता ?
  • जल्दी - जल्दी 
  • डाँटते हुए 
  • शांतिपूर्वक 
  • आराम से 
उत्तर : शांतिपूर्वक 

(iv) लड़कियों की अगुवा कौन थी ?
  • सरस्वती 
  • लक्ष्मी 
  • दुर्गा 
  • पार्वती 
उत्तर : पार्वती 

(v) लड़कियाँ कब तक अलबम देखती रहीं ?
  • शाम तक 
  • दोपहर तक 
  • रात तक 
  • सुबह तक 
उत्तर : शाम तक। 

2. राजप्पा मन - ही - मन कुढ़ रहा था। स्कूल जाना अब खलने लगा था और लड़कों के सामने जाने में शर्म आने लगी। आम तौर पर शनिवार और रविवार को टिकट की खोज में लगा रहता , परन्तु अब घर - घुसा हो गया था। दिन में कई बार अलबम को पलटता रहता। रात को लेट जाता। सहसा जाने क्या सोचकर उठता , ट्रंक खोलकर अलबम निकालता और एक बार पूरा देख जाता। उसे अलबम से चिढ होने लगी थी। उसे लगा , अलबम वाकई कूड़ा हो गया है। 
उस दिन शाम उसने जैसे तय कर लिया था , वह नागराजन के घर गया। अब कोई कितना अपमान सहे ! नागराजन के हाथ अचानक एक अलबम लगा है , बस यही ना। वह क्या जाने टिकट कैसे जमा किए जाते है ! एक - एक टिकट की क्या कीमत होती है वह भला क्या समझे ! सोचता होगा टिकट जितना बड़ा होगा , वह उतना ही कीमती होगा। या फिर सोचता होगा , बड़े देश का टिकट कीमती होगा। वह भला क्या समझे। 
उसके पास जितने भी फ़ालतू टिकट है उन्हें टरका कर , उससे अच्छे टिकट झाड़ लेगा। कितनों को तो उसने यूँ ही उल्लू बनाया है। कितनी चालबाज़ी करनी पड़ती है। नागराजन भला किस खेत की मूली है ?

(i) राजप्पा को क्या खलने लगा था ?
  • घर जाना 
  • अलबम देखना 
  • दोस्तों से मिलना 
  • स्कूल जाना 
उत्तर : स्कूल जाना 

(ii) राजप्पा को किससे चिढ हो गई थी ?
  • नागराजन से 
  • टिकटों से 
  • अलबम से 
  • स्कूल से 
उत्तर : अलबम से 

(iii) राजप्पा के अनुसार नागराजन क्या नहीं जानता था ?
  • टिकट कैसे जमा किए जाते है ?
  • टिकट कैसे बेचे जाते है ?
  • टिकट कैसे बनते है ? 
  • टिकट कहाँ बनते है ?
उत्तर : टिकट कैसे जमा किए जाते है 

(iv) राजप्पा फालतू टिकटों के बदले क्या लेना चाहता है ?
  • पैसे 
  • अच्छे टिकट 
  • किताबें 
  • अलबम 
उत्तर : अच्छे टिकट 

(v) राजप्पा के अनुसार किस बात के लिए चालबाज़ी करनी पड़ती है ?
  • टिकट इकट्ठे करने के लिए 
  • टिकट बेचने के लिए 
  • टिकट बनाने के लिए 
  • टिकट खरीदने के लिए 
उत्तर : टिकट इकट्ठे करने के लिए। 
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