काव्यांशों पर आधारित बहुविकल्पी प्रश्नोत्तर
तेरी गोद में सोऊँ ,
तेरा अंचल पकड़ - पकड़कर
फिरूँ सदा माँ ! तेरे साथ ,
कभी न छोड़ूँ तेरा हाथ !
(i) कवि ने किसके माध्यम से कविता की प्रस्तुति की है ?
- माँ के माध्यम से
- छोटी बच्ची के माध्यम से
- छोटे बच्चे के माध्यम से
- स्वयं के माध्यम से
उत्तर : छोटी बच्ची के माध्यम से
(ii) बच्ची किस स्थान पर सोना चाहती है ?
- पलंग पर
- माँ के आँचल में
- माँ की गोद में
- माँ की बाहों में
उत्तर : माँ की गोद में
(iii) माँ का आँचल पकड़कर बच्ची क्या करना चाहती है ?
- माँ के साथ घूमना
- माँ के साथ खेलना
- माँ के साथ सोना
- माँ के साथ हँसना
उत्तर : माँ के साथ घूमना
(iv) बच्ची किसका हाथ नहीं छोड़ना चाहती है ?
- पिता का
- सहेली का
- नानी का
- माँ का
उत्तर : माँ का
(v) 'तेरा अंचल पकड़ - पकड़कर' - में कौन - सा शब्द युग्म है ?
- सजातीय शब्द - युग्म
- पुनरुक्त शब्द - युग्म
- विलोम शब्द से बने
- समान ध्वनि से बने
उत्तर : पुनरुक्त शब्द - युग्म
2. बड़ा बनाकर पहले हमको
तू पीछे छलती है मात !
हाथ पकड़ फिर सदा हमारे
साथ नहीं फिरती दिन - रात !
अपने कर से खिला , धुला मुख ,
धूल पोंछ , सज्जित कर गात ,
थमा खिलौने , नहीं सुनाती
हमें सुखद परियों की बात !
(i) बच्ची के साथ कौन छल करता है ?
- माँ
- पिता
- मित्र
- कवि
उत्तर : माँ
(ii) माँ बच्ची के साथ किस प्रकार नहीं फिरती ?
- पूरा दिन
- कभी - कभी
- दिन - रात
- रोज़ - रोज़
उत्तर : दिन - रात
(iii) बच्ची भोजन किसके हाथ से खाना चाहती है ?
- पिता के हाथ से
- माँ के हाथ से
- स्वयं के हाथ से
- किसी अन्य के हाथ से
उत्तर : माँ के हाथ से
(iv) माँ बच्ची को क्या थमा देती है ?
- भोज्य पदार्थ
- गिलास
- परी
- खिलौने
उत्तर : खिलौने
(v) माँ बच्ची को क्या नहीं सुनाती है ?
- परियों की बातें
- भूतों की बातें
- हँसी - मजाक की बातें
- पुरानी बातें
उत्तर : परियों की बातें।
3. ऐसी बड़ी न होऊं मैं
तेरा स्नेह न खोऊँ मैं ,
तेरे अंचल की छाया में
छिपी रहूँ निस्पृह , निर्भय ,
कहूँ - दिखा दे चंद्रोदय !
(i) बच्ची बड़ी क्यों नहीं होना चाहती है ?
- क्योंकि बड़ी होकर वह माँ के प्यार से वंचित हो जाएगी।
- क्योंकि बड़ी होकर वह माँ से दूर हो जाएगी।
- क्योंकि बड़ी होकर वह घर से दूर हो जाएगी।
- क्योंकि बड़ी होकर वह कई चीजों से वंचित हो जाएगी।
उत्तर : क्योंकि बड़ी होकर वह माँ के प्यार से वंचित हो जाएगी।
(ii) बच्ची कहाँ छिपी रहना चाहती है ?
- घर में
- माँ के अंचल में
- बिस्तर में
- पेड़ की छाया में
उत्तर : माँ के अंचल में
(iii) माँ के अंचल में बच्ची स्वयं को किस रूप में पाती है ?
- खुश
- दुखी
- निर्भय
- डरी हुई
उत्तर : निर्भय
(iv) बच्ची क्या देखना चाहती है ?
- छिपता हुआ चाँद
- डूबता हुआ चाँद
- आसमान का चाँद
- निकलता हुआ चाँद
उत्तर : निकलता हुआ चाँद
(v) 'निस्पृह' का अर्थ बताइए।
- डररहित
- इच्छारहित
- प्रेमरहित
- संशयरहित
उत्तर : इच्छारहित।