English : Ch 5 - Tansen, Story Translation English to Hindi

 Hindi Version Of The Lesson : Tansen

  • Tansen was...............like a tiger.
  • तानसेन अपने माता - पिता का इकलौता बेटा था। 
  • वह नटखट तो था पर प्रतिभाशाली भी। वह पशु - पक्षियों की आवाजें पूर्णतः सही ढंग से निकाल सकता था। 
  • एक बार उन्होंने यात्रियों के दल को बाघ की आवाज निकालकर डराने का प्रयास किया। 
You may.....................has produced.

आपने शायद तानसेन का नाम सुना होगा। वह श्रेष्ठ्तम संगीतज्ञ था जिसे हमारे देश ने पैदा किया है। 

A singer.................and animals.

मुकंदम मिश्रा नामक गायक और उसकी पत्नी , ग्वालियर के नजदीक देहात में रहते थे। तानसेन उनका इकलौता बालक था। कहा जाता है वह बहुत शरारती बालक था। प्रायः वह खेलने के लिए जंगल में दौड़ जाया करता था। और थोड़े ही समय में उसने पक्षियों और पशुओं की बोलियों की सही नक़ल करनी सीख ली। 

A famous.................saw them.

स्वामी हरिदास नामक , एक प्रसिद्द गायक एक बार अपने शिष्यों के साथ जंगल के बीच से गुजर रहे थे। थके हुए होने के कारण , पूरी टोली , एक छायादार बगीचे में विश्राम करने के लिए ठहर गई। तानसेन ने उन्हें देखा। 

'Strangers...............for this one."

'जंगल में अजनबी व्यक्ति। ' उसने अपने मन में सोचा। 'उन्हें डराने में मजा आएगा। ' वह एक पेड़ के पीछे छुप गया और बाघ की भाँति दहाड़ने लगा। यात्रियों का छोटा दल भयभीत होकर तितर - बितर हो गया। परन्तु स्वामी हरिदास ने उन्हें बुलाकर इकठ्ठा कर लिया। "डरो मत", वह बोले। "बाघ हमेशा खतरनाक नहीं हुआ करते है। हमें इसकी तालाश करनी चाहिए। "

Suddenly................naughty boy."

अचानक उनमे से एक व्यक्ति को वृक्षों के पीछे एक छोटा सा बालक छुपा हुआ दिखाई दिया। "यहाँ , बाघ नहीं है , स्वामी ", वह बोला। "केवल यह शरारती बालक है। "

  • Tansen learnt..............Rani Mrignaini.
  • तानसेन ने स्वामी हरिदास से ग्यारह वर्ष तक संगीत सीखा। 
  • वह एक संत मोहम्मद गौस के पास रहा। 
  • उसने रानी मृगनैनी के दरबार की एक महिला से विवाह किया जिसका नाम हुस्सैनी था। 

Swami Haridas..............a good singer."

स्वामी हरिदास ने उसे दंड नहीं दिया। वह तानसेन के पिता के पास जाकर बोला , "आप का बड़ा शरारती है। वह बहुत प्रतिभाशाली भी है। मेरा विचार है कि मैं उसे श्रेष्ठ गायक बना दूंगा। "

Tansen was..................Hussaini.

तानसेन की उस समय आयु दस वर्ष थी जब वह स्वामी हरिदास के साथ चला गया। वह संगीत सीखता हुआ , ग्यारह वर्ष तक उनके पास ठहरा रहा और महान गायक बन गया। लगभग उसी समय , उसके माता - पिता की मृत्यु हो गयी। मुकंदन मिश्रा की मृत्युपूर्व इच्छा थी कि तानसेन , ग्वालियर के मुहम्मद गौस के संपर्क में आए। 

मुहम्मद गौस , धार्मिक वृत्ति वाले व्यक्ति थे। मुकन्दन मिश्रा , काफी दिनों से उनके भक्त थे और प्रायः उनके पास आया - जाया करते थे। ग्वालियर में मुहम्मद गौस के पास रहते समय , तानसेन को प्रायः रानी मृगनयनी के दरबार में ले जाया जाता था जो स्वयं एक प्रख्यात संगीतज्ञा थी। वहाँ उसकी मुलाकात दरबार की एक महिला से हुई जिस के साथ उसने विवाह कर लिया। उसका नाम हुस्सैनी था। 

Hussaini also became...........join his court.

हुस्सैनी भी स्वामी हरिदास की शिष्या बन गई। तानसेन और हुसैनी के पाँच बच्चे हुए जो संगीत के प्रेमी थे। इस समय तक , तानसेन अत्यधिक ख्याति प्राप्त कर चुके थे। कई बार वे सम्राट अकबर के सामने भी गाते थे जो उससे इतने प्रभावित हुए थे कि उन्होंने आग्रह किया कि तानसेन उनके दरबार में सम्मिलित हो जाए। 

  • Tansen became.................of the latter.
  • तानसेन अकबर के दरबार में सर्वप्रिय बन गया। 
  • एक बार उसे राग दीपक गाने के लिए कहा गया। 
  • तानसेन ने अपनी पुत्री व उसकी सहेली को राग दीपक का प्रभाव समाप्त करने के लिए राग मेघ गाने के लिए कहा। 
Tansen went............bright idea.

1556 में तानसेन , अकबर के दरबार में चला गया और जल्दी ही सम्राट का अत्यधिक प्रिय बन गया। अकबर , दिन या रात में कभी भी गाना सुनाने के लिए तानसेन को बुला लिया करता था। चाहे जब वह तानसेन के घर चला जाता था और अभ्यास करते हुए तानसेन का संगीत सुना करता था। सम्राट ने उसे काफी उपहार भी दिए। कई दरबारी तानसेन से ईर्ष्या करने लगे। "हमें तब तक आराम से नहीं बैठ सकेंगे जब तक तानसेन बर्बाद नहीं हो जाएगा " उन्होंने घोषणा की। शैकत मियाँ , नामक एक दरबारी को एक शुभ्र विचार सूझा। 

"Let us make...............rid of him."

"हम उसे 'राग दीपक' गाने के लिए विवश कर दें " , वह बोला। "उससे हमें क्या लाभ होगा ?" एक व्यक्ति ने पूछा। "यदि उचित ढंग से 'राग दीपक' गाया जाता है तो वह वायु को इतना गर्म कर देता है कि गायक जल कर राख हो जाता है। तानसेन बहुत ही अच्छा गवैया है। यदि वह 'राग दीपक' गाएगा तो उसकी मृत्यु हो जाएगी और हम उससे मुक्ति पा जाएँगे। "

Shaukat Mian.....................properly."

शौकत मियाँ , अकबर के पास गया और बोला , "हमारे विचार में तानसेन एक अच्छा गवैया नहीं है। हमें उसकी परीक्षा लेनी चाहिए। उसे 'राग दीपक' गाने का आदेश दीजिए। केवल सर्वश्रेष्ठ गवैये ही उसे ठीक ढंग से गा सकते है। "

"Of course...................to ashes."

"वह निस्संदेह , उसे गा सकता है। तानसेन कुछ भी चीज (गीत) गा सकता है " अकबर ने कहा। तानसेन भयभीत हो गया परन्तु वह राजा की अवज्ञा नहीं कर सकता था। "ठीक है , महाराज , वह बोला , "परन्तु मुझे तैयारी करने समय दीजिए। " तानसेन घर चला गया। वह पहले कभी इतना अपमानित और दुःखी नहीं हुआ था। "मैं राग को तो गा सकता हूँ ", उसने अपनी पत्नी को बताया , "परन्तु इससे पैदा होने वाली गर्मी न केवल लैम्पों को जला देगी अपितु मुझे भी जला कर राख देगी। "

Then he had................he said.

फिर उसे एक विचार सुझा। "यदि कोई व्यक्ति उसी समय 'राग मेघ' गा दे और उसे उचित ढंग से गाए , तो वर्षा हो जायेगी। शायद हमारी बेटी सरस्वती और उसकी सहेली रूपवती ऐसा कर सकती है ", उसने कहा। 

He taught...............start singing."

उसने दोनों लड़कियों को 'राग मेघ' गाना सीखा दिया। उन्होंने दो सप्ताह तक दिन - रात अभ्यास किया। तानसेन ने उन्हें निर्देश दिया , "जब तक दीये जलने प्रारम्भ न हो जाए तब तक तुम प्रतीक्षा करना , और तब राग गाना शुरू कर देना। "

  • Both Ragas...................died in 1585.
  • दोनों राग योजना के अनुसार गाए गए। 
  • अकबर ने तानसेन के बैरियों को दंड दिया। 
  • तानसेन का 1585 में देहांत हो गया। 

The legend.............the lamps.

 दन्त कथा यह है कि निर्धारित दिन समूचा नगर , तानसेन के 'राग दीपक' को सुनने के लिए एकत्रित हो गया। जब उसने गाना प्रारम्भ किया तो हवा गर्म हो गई। सभी श्रोतागण , पसीनों से नहा गए। 

वृक्षों के ऊपर पत्ते सूख गए और धरती पर गिर गए। ज्यों ही संगीत जारी रहा , त्यों ही गर्मी के कारण पक्षी मर कर गिर गए और नदियों का जल उबलने लगा। न जाने कहाँ से लपटें ऊपर को उठने लगी और दीयों को जलाने लगीं तो लोग भयभीत होकर चीख उठे। 

At once...................musicians.

तुरंत , सरस्वती और रूपवन्ती ने 'राग मेघ' गाना प्रारम्भ दिया। आकाश में बादल छा गए और वर्षा होने लगी। तानसेन जीवित बच गया। ऐसी कथा प्रचलित है कि उसके बाद वह बहुत ज्यादा बीमार हो गया और उसे इतना कष्ट देने के लिए अकबर को पछतावा हुआ। उसने तानसेन के शत्रुओं को दण्डित किया। जब तानसेन ठीक हो गया तो समूचे शहर ने ख़ुशी मनाई। 1585 में मृत्यु होने तक , तानसेन , अकबर का दरबारी संगीतकार रहा। उसने कई नए रागों की रचना की। 

तानसेन की समाधी ग्वालियर में है। यह संगीतकारों के लिए तीर्थस्थान बन गया है। 

You might be looking for :-

Previous Post Next Post