संधि | कक्षा 6 | व्याकरण
प्रश्न 1. संधि किसे कहते है ? उदाहरण सहित समझाइये।
उत्तर :
वर्णों के परस्पर मेल से शब्द में जो परिवर्तन होता है , उसे संधि कहते है। जैसे - गण + ईश = गणेश , प्रति + एक = प्रत्येक , आ + छादन = आच्छादन।
प्रश्न 2. स्वर संधि किसे कहते है ? उदाहरण सहित समझाइये।
उत्तर :
शब्द में स्वर के मेल से जो परिवर्तन उत्पन्न होता है, उसे स्वर संधि कहते है। जैसे -
- अ + अ = आ
- वेद + अंत = वेदांत
- मत + अनुसार = मतानुसार
- पुष्प + अंजलि = पुष्पाजंलि
- भाव + अर्थ = भावार्थ
- अ + आ = आ
- शिव + आलय = शिवालय
- हिम + आलय = हिमालय
- भोजन + आलय = भोजनालय
- छात्र + आवास = छात्रावास
- आ + अ = आ
- विद्या + अर्थी = विद्यार्थी
- यथा + अर्थ = यथार्थ
- रेखा + अंकित = रेखांकित
- आ + आ = आ
- विद्या + आलय = विद्यालय
- महा + आनंद = महानंद
- इ + इ = ई
- कवि + इंद्र =कवीन्द्र
- रवि + इंद्र = रवींद्र
- इ + ई = ई
- गिरि + ईश = गिरीश
- कपि + ईश = कपीश
- ई + इ = ई
- मही + इन्द्र = महीन्द्र
- शची + इंद्र = शचीन्द्र
- ई + ई = ई
- नदी + ईश = नदीश
- रजनी + ईश = रजनीश
- उ + उ = ऊ
- सु + उक्ति = सूक्ति
- साधु + उपकार = साधुपकार
- अ + इ = ए
- सुर + इंद्र = सुरेंद्र
- धर्म + इंद्र = धर्मेंद्र
- नर + इंद्र = नरेंद्र
- देव + इंद्र = देवेंद्र
- आ + इ = ए
- राजा + इंद्र = राजेंद्र
- महा + इंद्र = महेंद्र
- आ + ई = ए
- रमा + ईश = रमेश
- महा + ईश = महेश
- अ + उ = ओ
- सूर्य + उदय = सूर्योदय
- चंद्र + उदय + चंद्रोदय
- वसंत + उत्सव = वसन्तोसव
- भाग्य + उदय = भाग्योदय
- आ + उ = ओ
- महा + उत्सव = महोत्सव
- राज + ऋषि = राजर्षि
- देव + ऋषि = देवर्षि
- अ + ए = ऐ
- एक + एक = एकैक
- मत + ऐक्य = मतैक्य
- आ + ए = ऐ
- सदा + एव = सदैव
- तथा + एव = तथैव
- इ + अ = य
- अति + अधिक = अत्यधिक
- यदि + अपि = यद्यपि
- इ + आ = या
- इति + आदि = इत्यादि
- उ + आ = वा
- सु + आगत = स्वागत
- मधु + आलय = मध्वालय
- ए + अ = अय
- ऐ + अ = आय
- नै + अक = नायक
- औ + अ = आव
- पौ + अक = पावक
उतर :
व्यंजन का व्यंजन से अथवा किसी स्वर से मेल होने पर जो परिवर्तन होता है, उसे व्यंजन संधि कहते है, जैसे -
सत + जान = सज्जन
व्यंजन + व्यंजन
जगत + ईश = जगदीश
व्यंजन + स्वर
प्रश्न 4. विसर्ग संधि से आप क्या समझते है ? उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिये।
उत्तर :
विसर्ग (:) के साथ स्वर या व्यंजन के मेल से जो परिवर्तन होता है, उसे विसर्ग संधि कहते है। जैसे -
निः + छल = निश्छल
दुः + लभ = दुर्लभ