गणतंत्र दिवस पर निबंध | Essay On Republic Day in Hindi

 गणतंत्र दिवस पर निबंध | Essay on Republic Day in Hindi | Class 6 | हिंदी व्याकरण 

भारत त्याहारों का देश है। यहाँ धार्मिक तथा सांस्कृतिक त्याहारों के साथ कुछ राष्ट्रीय पर्व भी मनाये जाते है। जिनमे स्वतंत्रता दिवस, 2 अक्टूबर तथा गणतंत्र दिवस प्रमुख है। इन पर्वों को देश के सभी निवासी मिल-जुलकर प्रेम एवं सदभाव से मनाते है। 
हमारे देश को 15 अगस्त, सन 1947 को अंग्रेजों की दासता से मुक्ति मिली, परन्तु 26 जनवरी, सन 1950 को पूर्ण सत्ता संपन्न गणतंत्र बनाने की घोषणा की गयी। इसलिए इस दिन का विशेष महत्त्व है। 26 जनवरी को गणतंत्र  दिवस भी कहा जाता है। इस दिन को हमारी राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक माना जाता है। इसी दिन भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रपति पद पर आसीन हुए थे। 
गणतंत्र दिवस सारे देश में पूरे उल्लास के साथ मनाया जाता है। यह राष्ट्रीय पर्व दिल्ली में तो विशेष रूप से सजधज के साथ मनाया जाता है। इस पर्व को मनाने के लिए विशेष तैयारी की जाती है। इस दिन राजपथ पर विभिन्न झाँकिया निकाली जाती है, जिसमे राष्ट्रपति को सेना के तीनो अंगो द्वारा सलामी दी जाती है। राष्ट्रपति सेना के तीनो अंगों का निरीक्षण करते हैऔर राष्ट्रीय ध्वज फहराते है। इसके बाद सैनिको की परेड होती है। इस परेड में अत्याधुनिक अस्त्रों - शस्त्रो का प्रदर्शन किया जाता है। सेना के जवानो द्वारा इस अवसर पर अपनी कला का प्रदर्शन किया जाता है। इस अवसर पर विभिन्न प्रदेशों के लोकनर्तक आते है जो अपने अपने लोकनृत्यों द्वारा दर्शकों का मनोरंजन करते है। इन सबको एक साथ देखकर देश की एकता - अखंडता का बोध होता है। 
इस अवसर पर छात्र - छात्राओं की बहुरंगी पोशाकों की टोलियॉँ परेड का आकर्षण बढाती है। छात्र - छात्राओं द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम लोगो का मन मोह लेते है।  कार्यकर्मो के उपरांत वायु सेना के विमान रंगीन धुआं छोड़ते हुए गुजरते है जिमसे आसमान में तिरंगे झंडे का आभास होता है। वायुसेना के पायलट लड़ाकू विमानों द्वारा करतब भी प्रस्तुत करते है। इन साहसपूर्ण कारनामो को देखकर लोग रोमांचित हो जाते है। 
इस दिन देश में सभी सरकारी भवनों पर ध्वज फहराया जाता है। राष्ट्रपति, सांसदों, राजदूतों तथा राजनीतिज्ञों को प्रतिभोज देते है। काफी संख्या में लोग राष्ट्रपति भवन की शोभा देखने जाते है। 
गणतंत्र दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हमें अपनी आजादी की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। हमें अपने देश के संविधान का पालन करना चाहिए तथा अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहना चाहिए।  
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