Extra Question - Answer : लोकगीत
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. लोकगीत शास्त्रीय संगीत से किस प्रकार भिन्न है ?
उत्तर :
लोकगीत अपनी लोच , ताज़गी और लोकप्रियता के कारण शास्त्रीय संगीत से भिन्न है।
प्रश्न 2. लोकगीतों की सफलता का क्या कारण है ?
उत्तर :
लोकगीतों की सरल व आसानी से समझ आने वाली भाषा ही इनकी लोकप्रियता का कारण है।
प्रश्न 3. होली के अवसर पर ब्रज में कौन - सा लोकगीत गाया जाता है ?
उत्तर :
होली के अवसर पर ब्रज में रसिया गाया जाता है। जिसे दल के दल पुरुष व स्त्रियाँ मिलकर गाते है।
प्रश्न 4. विद्यापति के गीत किस बोली में गाये जाते है ?
उत्तर :
विद्यापति के गीत पूरब की बोलियों में गाये जाते है।
प्रश्न 5. गुजरात के दलीय गायन का नाम लिखिए ?
उत्तर :
गुजरात के दलीय गायन का नाम गरबा है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. लोकगीतों की कोई छः विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर :
लोकगीतों की छः विशेषताएँ निम्नलिखित है :
- लोकगीत सीधे जनता के संगीत है।
- ये घर , गाँव और नगर की जनता के संगीत है।
- इनके लिए साधना की जरुरत नहीं होती।
- ये त्योहारों और विशेष अवसरों पर गाये जाते है।
- इनके रचने वाले भी अधिकतर गाँव के ही लोग है।
- ये गीत साधारण ढोलक , आम करताल और बाँसुरी आदि की मदद से गाये जाते है।
उत्तर :
आदिवासियों के लोकगीतों का संगीत मध्य प्रदेश , दक्कन , छोटा नागपुर , आदि स्थलों पर फैला हुआ है। आदिवासियों के संगीत भरे गीत बड़े - बड़े दलों में गाये जाते है। बीस - तीस आदमियों और औरतों के दल एक साथ या एक - दूसरे के जवाब में इन्हें गाते है।
प्रश्न 3. विभिन्न प्रदेशों में गाये जाने वाले लोकगीतों के नाम लिखिए।
उत्तर :
मिर्जापुर में चैता , कजरी , बारहमासा आदि।
बंगाल में बाउल , भतियाली आदि।
पंजाब में हीर राँझा , सोहनी महिवाल आदि।
राजस्थान में ढोला मारु आदि।
प्रश्न 4. आल्हा के लोकप्रिय लोकगीतों पर प्रकाश डालिए।
उत्तर :
आल्हा के गीत अधिकतर बुंदेलखंडी में गाये जाते है। इनका आरम्भ चंदेल राजाओं के राजकवि जगनिक से माना जाता है। उन्होंने आल्हा - ऊदल की वीरता का बखान अपने महाकाव्य में किया। उसके छंदों को दूसरे देहाती कवियों ने जनबोली में उतारा। इन्हे गाने वाले गाँव - गाँव ढोलक लिए गाते - फिरते है। इनमे उन गीतों का भी स्थान है जिन्हे नट रस्सियों पर चलते हुए गाते है।